Monday, November 23, 2009

मानव और जानवर में क्या फर्क है ,यह बात बहोत दिनों से मेरे दिमाग में जूल रही है .इस प्रश्न का उत्तर वैदिक कल से चले आ रहे उन किताबों में से दिए जाते है जिनका आज के समाज से कोई तालुक न हो , फिर भी मै एक बात यहाँ कहना चाहूँगा की ,मानव पहले गुफा में रहता था ,जंगल में रहता था ,आज वह सीमेंट के घरो मै रहने लगा है ,पर क्या वो समाज में रहने के layak रह गया है ,क्या वह फ़िर से इतिहास को दोहरा रहा है ,क्या वह नैतिकता नही भूल जा रहा है ............

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